Monday, 4 September 2023

लॉक डाउन पर निबंध हिंदी में ! Non Hindi Subjective Question 2023 Class 10

1.रौदी आ दाही स गाम तबाह अछि , एही पर निबंध लिखू ? -  5

उत्तर – मिथिलांचल सब दिन स प्रकृति पर निर्भर रहल अछि | एकर संस्कृति कृषि आधृत अछि | परंच कखनो अतिवृष्टि आ कखनो अल्पवृष्ट एतुका कृषक के हटान कएने छैक | एहिठाम लोक के कहियो भारिपेट भोजन आ भरी देह वस्त्र नसीब नहीं होइत छै | जखन दौदी भय जाइत छैक तखन नदी में में सेहो paaniपानी नहीं अबैत छैक | एही स जजाति नष्ट भय जाइत छै लोक सभ हाक्रोस करए लागैत अछि | जखन वर्षा होइत अछि त नदी में उफान आबी जाइत छैक | धानक फसिल दाह जाइछ | कतेको व्यक्ति बाढ़ीक पानी में दाह जाइत दथी मुदा लोक गाम नहीं छोदैछ |

2.निर्धन छात्रकोष स सहायता प्राप्त करबाक लेल प्रधानाध्यापक के आवेदन पत्र लिखू?-7

उत्तर - सेवा में ,https://youtu.be/0SBHsyCgmzU

       प्रधानाध्यापक महोदय

       छतवन उच्च विद्यालय (दरभंगा)

विषय – निर्धन छात्रकोष स सहायता देबाक सम्बन्ध में |

महाशय

सविनय निवेदन अछि जे हम एक निर्धन छात्र छि | निर्धनताक कारण हमरा अपन पढाई बंद करय पडत ते हम अपनेक विधालयक दशम कक्षाक छात्र छि | ते श्रीमान स साग्रह निवेदन अछि जे निर्धन छात्र कोष स सहायता उपलब्ध करयबाक कष्ट कायल जाय जाहिस हम शिक्षा सुचारू रुपस आगू बढ़ा सकी

तारीख – 22.02.2022                                      अपने विश्वासी

                                                       नाम - गौतम शर्मा

                                                       वर्ग – दशम , क्रमांक – 01

3.लॉकडाउन पर निबंध लिखू 250-300 शब्दों में ? – 10

उत्तर – लॉकडाउन अर्थात तालाबंदी | एही अंतर्गत सब के अपन घर में रहबाक सलाह देल गेल अछि | जाहि के सरकारक तरफ स कड़ाई स पालन जा रहल अछि | ई जरुरी अछि किएक त कोरोना वायरस नामक महामारी मानव जातिक इतिहास में पहिल बेर आयल अछि | आब पूरा देश एही वायरस स लड़बाक लेल अपन – अपन घर में कैद भ गेल अछि | कोरोनाक संक्रमण बहुत तेजी स फैलत अछि | जाहि कारण स भारत सरकार लॉकडाउन एही महामारी स देश के बचेबाक लेल आवश्यक भ गेल अछि | अर्थात लॉकडाउन एकटा आपतकालीन व्यस्था अछि |जे कोनो आपदा अथवा महामारी समय में लागू कयल जाइछ | एही समय में सिर्फ दवा अओर खेनाय – पिनाय सामान के खरीदैक लेल बाहर जाइक इजाजत भेटैत अछि | एही दौरान लोग  सब के अपन परिवारक संग समय बिता रहल छथि अओर आपसी कड़वाहत के मिटा रहल छथि | एही दौरान लोक सब डांस , म्यूजिक , नृत्य संगीत , पेंटिंग , योग आदिक आनंद शांतिपूर्वक लेलन्ही

लॉकडाउन पालन केला स कोरोना वायरस स संक्रमित मरीजक संख्या घटत आ संक्रमण फैलावाक खतरा सेहो कम होयत लॉकडाउन स जल प्रदुषण , वायु प्रदुषण आदि सभ में कमी भेल अछि |

लॉकडाउन कारण स मजदूर सबसे बहुत नुकसान भेल | जे अपन परिवार के पेट पालैक लेल दिन – राती मेहनत करैत छल एही स देशक अर्थव्यस्था के से हो गंभीर नुकसान भेल अछि | लोक सभक नौकरी छूटी गेल , जाहि स बेरोजगारीक समस्या सेहो उत्पन्न भ गेल अछि | लोक सबस के डिप्रेशन अओर चिडचिडापन से हो बढ़ी गेल अछि | कोरोना वायरस प्रकोप के रोकबाक लेल भारत के प्रधानमंत्री लॉकडाउनक घोषणा कयने छलाह सरकार द्वारा देल गेल निर्देश के सम्पूर्ण ईमानदारीक संग पालन करबाक हमरा लोकनिक परम कर्तव्य अछि | जाहि स एही महामारी के ख़त्म कल जा सकैत अछि |

4. खेलक महता पर दू मित्रक वार्तालाप क्रम में लिखू ? – 7

उत्तर

मोहन – आई काल्हि खेल पर लोक विशेष ध्यान देबय लागल अछि |

सोहन – किएक ने खेल त ओहुना सभ दिन स महत्पूर्ण छैक | ताहू में आब खेल के लोक अपन आजिविकाक साधन सेहो बना रहल अछि |

मोहन – एक संग दू – दू लाभ एक त आजीविका चलत दोस्त स्वस्थ सेहो रहब |

मोहन – आब त पंचात स्तर स देश तक सरकार द्वारा खेलाडी सभके अनेक प्रकारक प्रोत्साहन देल जाइत छैक |

सोहन – अर्थात आमक गुठलिक दाम लाभे लाभ छैक | हामरो लोकनि के कने काल क प्रतिदिन अवश्य खेलबाक चाही |

 


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